Tuesday, October 24, 2023
चलत डगरिया पीरा जाला पांव रे – पूज्य श्री राजन जी महाराज
8:21 PM
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चलत डगरिया पीरा जाला पांव रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
चलत डगरिया पीरा जाला पांव रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
जाके अकेले वा संगी ना साथी
नइखे सवारी गाड़ी घोड़ा हाथी
बीच दरिया बा दरिया में नइखे नाव रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
करनी धरनी तो फेरा में परनी
बड़ा रे कठिन बा पार करे बेतरणी
तैराना नाही आवे दरिया में बा डुबाबा रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
करबा वो ही पाइवा कमेवा वही खैवा
दुसरा के देख देख पीछे पछतायेवा
देवेंद्र सबर कर कैलश्वा सब्र कर
जब मिले ना पालो रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
चलत डगरिया पीरा जाला पांव रे
जोनिहो सो दुरवा बलमुआ के गांव रे
Thursday, October 19, 2023
घर हीं मे माई के बुलाईब मंदिर बनवाईब हो –भरत शर्मा व्यास
8:22 PM
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Maiya saton re bahin ke lyrics
Ghar hin me mai ke bolaib mandir banwaib ho
घर हीं मे माई के बुलाईब मंदिर बनवाईब हो
मईया लाली रे चंदनी टंगवाईब भजन गवाईब हो
कोरस- मैया लाली रे चंदनी टंगवाईब भजन गवाईब हो ) 2
अंगना में बेदीया बनाईब यज्ञ करवाईब हो
मईया सातो रे बहिन के बुलाइब भगतीन हो जाईब हो 2
सुती उठी देखी के जुराईब पुण्य हम पाईब हो
मैया दुखावा दलिदर भगाईब सुख हम पाईब हे 2
चईत में पाठवा कराइब पंडित बोलवाइब हो
मईया बेला फूलवा लाई के चढाईब हवन कराईब हे 2
गईया के घिऊआ ले आईब दियाना जराईब हो
मईया छांक लवंग के चढाईब माई के मनाईब हे 2
गीत शिवपुरी से लिखवाईब भरत से गवाईब हो मईया चरण में सिस झुकाईब नित गुण गाईब हो 2
घर ही में माई के बुलाईब मंदिर बनवाईब हो
मईया लाली रे चंदनी टंगवाईब भजन गवाईब हो 2
Thursday, July 20, 2023
बंसिया बाज रही वृंदावन टुटल शिव शंकर के
11:37 AM
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बंसिया बाज रही वृंदावन टुटल शिव शंकर के ध्यानबसिया बाज रही वृंदावन टुटल शिव शंकर के ध्यान
कथुए चढ़ल शिव शंकर आवे कथुए चढ़ल भगवान
कथुए चढ़ल शिव शंकर आवे कथुए चढ़ल भगवान
जात कहां सब धावल धुपल जात कहां सब
धावल धुपल अइसन के सुख धाम
बसिया बाज रही वृंदावन टुटल शिव शंकर के ध्यान
बैल चढ़ल शिव शंकर आवे गरुड़ चढल भगवान
बैल चढ़ल शिव शंकर आवे गरुड़ चढल भगवान
गोपियन के संग झूला झूलत गोपियन के संग
जसोदा के सूत श्याम बसिया बाज रही वृंदावन
टुटल शिव शंकर के ध्यान
ग्वाल बाल सब धेनु चरावत संघ में आनंद धाम
ग्वाल बाल सब धेनु चरावत संघ में आनंद धाम
बंसी में सावन के लहरी बंसी में सावन के लहरी
निकले राधे नाम बसिया
बाज रही वृंदावन टुटल शिव शंकर के ध्यान २
Friday, July 14, 2023
Gauri ke putr Ganesh ji mere Ghar me padharo by Ajai Tripathi
1:36 AM
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वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-४
घर मे पधारों मेरे घर मे पधारों-२
काटो सकल क्लेश जी मेरे घर मे पधारों
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२
एक दन्त दया वंत चार भुजा धारी
माथे सिंदुर शोभे मुस की सवारी
सर्व सिद्ध सर्वेश जी मेरे घर मे पधारों
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२
मोदक प्रिय मुद मंगल दाता
विद्या वारि धी बुद्धि विधाता
गणपति पुत्र उमेश जी मेरे घर मे पधारों
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२
शंकर सुवन भवानी नन्दन
चरण कमल पर सत सत बन्दन
रिद्धि सिद्धि के प्राणेश जी मेरे घर में पधारों
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२
पधारों ---
काटो सकल क्लेश जी मेरे घर मे पधारों
गौरी के पुत्र गणेश जी मेरे घर मे पधारों-२
Thursday, July 13, 2023
वीणा वादिनी दुख हारिणि,भव सिंधु से तू उबार दे,माँ शारदे माँ शारदे।Veena Vadani Dukh Harni Bhav Sindhu Se Ubarde By Dheeraj Kant
11:06 AM
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वीणा वादिनी दुख हारिणि,
भव सिंधु से तू उबार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
वीणा वादिनी दुख हारिणि,
भव सिंधु से तू उबार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
करुणामयी ममतामयी,
पूजे तुझे सारा जहां ।
करुणामयी ममतामयी,
पूजे तुझे सारा जहां,
मझधार में मैं पड़ा हूँ माँ,
तू ही बता जाऊं कहाँ,
आया हूँ तेरे दर पे मैं,
मेरे सारे काज संवार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
वीणा वादिनी दुख हारिणि,
भव सिंधु से तू उबार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
है अंधेरा चारो ओर माँ,
मुश्किल में है अब मेरी जान,
तू ज्ञान दीप जला दे माँ,
रोशन करो सारा जहां,
मुझपे दया की नज़र करो,
मुझको भी थोड़ा प्यार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
वीणा वादिनी दुख हारिणि,
भव सिंधु से तू उबार दे,
माँ शारदे माँ शारदे।
Sunday, May 21, 2023
एतना बता द ए दूल्हा गंगा पार के
2:23 AM
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काहे जिया दुखवल चल दिहला मोहे विसार के
एतना बता द ए दूल्हा गंगा पार के २–२
जानिला की तोहरे में बसी लॉ परनवा २
ओहि रे परनवा पे तूही धड़कनवा २
फीर काहे मनवा से,रख दिहल मोहे उतार के
एतना बता द ए दूल्हा गंगा..........
सोचनी की अंगना में मड़वा छवाइब २
सेनुरा से हमरी ई मगिया भराई २
लेकिन चढ़ न मेहदी न लगल महावर प्यार के
एतना बता द ए दूल्हा गंगा........
काठ के करेजवा तू काहे बनवल २
साथ जिए मरे के वादा भुलवल २
काहे धुवा उठवल तू मधुर सपनवा जार के
एतना बता द ए दूल्हा गंगा........
काहे जिया दुखवल चल दिहला मोहे विसार के
एतना बता द ए दूल्हा गंगा पार के ४
आंख से आंख मिलकर जी चार हो गईल सच माना जिनिगिया तोहार हो गई
2:15 AM
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आंख से आंख मिलकर जी चार हो गईल २
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई २
आज हमरो सपना साकार हो गइल २
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई २
चनिया के दिनवा बा सोनवा के रतिया f
तोहरा के देख के जुड़ाई जाला छतिया m २
आज बतिया तोहार रसधार हो गईल
आज बतिया f
आज बतिया तोहार रसधार हो गईल m
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई........ B
हिल मिल के मन के महलिया सजाई f
गईबू त हम्हू -वसुरिया बजाइब २
हमरा तोहार सूरतिया से प्यार हो गइल
हमरा तोहार
हमरा तोहार सूरतिया से प्यार हो गइल
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई........२
गोदिया में तोहरे बिताइबो उमरिया
तोहरे बढ़ के रखब अकवरिया २
तोहरे छुवते ई देह कचनार हो गइल
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई........
आंख से आंख मिलकर जी चार हो गईल २
सच माना जिनिगिया तोहार हो गई २
Friday, April 7, 2023
चलके विंध्याचल मंदिर में दुख दर्द सुनाई मैया देवी पचरा –मनोज तिवारी जी
3:01 AM
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जय हो विंध्याचल मैया काली कोह के महारानी
जय हो अष्टभुजा माई संकट हरनी कल्याणी
आ आ ............
चलके विंध्याचल मंदिर में दुख दर्द सुनाई मैया के
दर्शन से भाग चमक जाला दर्शन करि आइब मैया के
मैया के दर पे भवानी विंध्याचल दर पे
ममता के भंडार दया करुणा आ सागर के
चलके विंध्याचल मंदिर.........
दर्शन से भाग ......... कोरस
जब जब कौने विपदा आवे तब ध्यान चरण आ जाला
मैया के लेते नाम मृदुल संकट के काल परा जाला
दरबार में २ संकट हरनी के सौ पग पतवार हे नैया के
कोरस
चलके विंध्याचल मंदिर में दुख दर्द सुनाई मैया के
दर्शन से भाग चमक जाला दर्शन करि आइब मैया के
आशा में बचपन से बानी सुनिह कबहू मैया रानी २
ओहि चरण में २ बैठल ध्यान करब गुणगान सुनाई मैया के
चलके विंध्याचल मंदिर......... कोरस
कैसे आई छुछे हाथे इस सोच के मत घबरा पागल २
सब जाने ली २ उनसे का परदा केतना ले छुपाई मैया से
चलके विंध्याचल मंदिर......... कोरस
बेला फूल चमेली उधावुल लेके डालियां में
नारियर चुनरी टीका ले विंध्याचल गलियां में
चलके विंध्याचल मंदिर
कोरस
दर्शन से भाग चमक जाला दर्शन करि आइब मैया के
चलके विंध्याचल मंदिर
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना
2:43 AM
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तर्ज –परदेसियों से ना अखियां मिलना
गीतकार – फणिभूषण चौधरी
स्वर – धीरज कांत
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना 2
नही तो पड़ेगा तुझे 2 आसू बहाना
प्रभु के सिवा ...…..........2
ओ ............
जो प्रभु का गुणगान किया है
सच्चा जीवन वो ही जिया है 2
सुमिरन के बल से तुझे 2 मुक्ति है पाना
प्रभु के सिवा .............
ओ.......
बालापन गया आज जवा है
बीत गया है अब, समय कहा है २
सोच समझ के 2 वक्त गवाना
प्रभु के सिवा .............
ओ........
आया जहा से वही फिर जाना
वहा साथ जाए न पैसा खजाना 2
पूछे गा तो क्या 2 करोगे बहाना
प्रभु के सिवा .............
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना 2
नही तो पड़ेगा तुझे 2 आसू बहाना
प्रभु के सिवा ...…..........3
Friday, March 17, 2023
आओ फिर से दिया जलाएँ लिरिक्स
8:49 PM
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आओ फिर से दिया जलाएँ
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें
बुझी हुई बाती सुलगाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
हम पड़ाव को समझे मंज़िल
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल
वर्तमान के मोहजाल में
आने वाला कल न भुलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा
अपनों के विघ्नों ने घेरा
अंतिम जय का वज़्र बनाने
नव दधीचि हड्डियां गलाएँ।
आओ फिर से दिया जलाएँ
― अटल बिहारी वाजपेयी
Thursday, March 16, 2023
आपके शहर में -- अंजुम रहबर
6:43 PM
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आपके शहर में -- अंजुम रहबर
तोड़कर हर कसम आपके शहर में 2
आ गए आज हम आपके शहर में 2
इक इक दिन मुलाकात हो जायेगी 2
आते रहते हम आपके शहर में 2
जो मेरे आसुओं का लिखा पढ़ सके 2
लोग ऐसे है कम आपके शहर में 2
शहर ये आपका है हमारा नही 2
भूल जाते है हम आपके शहर में 2
ऐसे वैसे कई देखते देखते 2
हो गए मोहतरम आपके शहर में 2
आप इतनी मोहब्बत करेगे अगर 2
मर ही जायेगे हम आपके शहर 2
हो के वो रह गया आपके शहर का 2
जिसने रखा कदम आपके शहर में
ये तमन्ना है अंजुम हम चलेंगे कभी 2
आपके साथ हम आपके शहर में 2
Wednesday, February 15, 2023
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना 2
2:41 PM
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तर्ज –परदेसियों से ना अखियां मिलना
गीतकार – फणिभूषण चौधरी
स्वर – धीरज कांत
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना 2
नही तो पड़ेगा तुझे 2 आसू बहाना
प्रभु के सिवा ...…..........2
ओ ............
जो प्रभु का गुणगान किया है
सच्चा जीवन वो ही जिया है 2
सुमिरन के बल से तुझे 2 मुक्ति है पाना
प्रभु के सिवा .............
बालापन गया आज जवा है
बीत गया है अब, समय कहा है २
सोच समझ के 2 वक्त गवाना
प्रभु के सिवा .............
आया जहा से वही फिर जाना
वहा साथ जाए न पैसा खजाना 2
पूछे गा तो क्या 2 करोगे बहाना
प्रभु के सिवा .............
प्रभु के सिवा कही दिल ना लगाना 2
नही तो पड़ेगा तुझे 2 आसू बहाना
प्रभु के सिवा ...…..........3
पारंपरिक होली गीत –गोरिया करके सिगार अगना में पीसे ली हरदिया 3
2:38 PM
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गोरिया करके सिगार
अगना में पीसे ली हरदिया 3
कहवा के हो तोर सील सील वटिया 2
सील सील वटिया
कहवा के हरदी पुरान हो 3
गोरिया करके सिगार ...…
नइहरे के हो तोर सील सील वटिया
सील सील वटिया
ससुरा के हरदी पुरान ३
सोलहो श्रृंगार में देखाई के सूरतिया
होलिया में हमरो जुड़ाई देलू छतिया
रुपवा से हटे ना ध्यान हो
अरे देखी देखी डोले ला ईमान हो ३
गोरिया करके सिगार
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