Friday, January 31, 2025

राह रोकी न छेकी अब सोनार धनिया गीत :डॉ शशिकांत तिवारी

राह रोकी न छेकी अब सोनार धनिया 
 हई ल पहिरअ तू गरवा में हार धनिया 
  तोहरे नामे कह त क दी पूरा बाजार रनिया 
    तू त सोना चनियो से महंग बाड़ू हमार कनियाँ....

  रहे मजबूरी ओहबेर लाग गईल बा...की 
सोनरा के सीखा देले रहली छोटकी का...की 
  ज़ब पता चलल त भईल जम के मार धनिया 
    राह रोकी न  छेकी अब सोनार धनिया 

 हमरे से लेत बा उ कर्जा उधार हो 
    बन गईल बा दिन जानत बाटे जवार हो 
     कहअ त करधन गढ़ा दी आ मोटका हार धनिया
      राह रोकी न छेकी अब सोनार धनिया 

गीत :डॉ शशिकांत तिवारी

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