रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गये
पहले जां फिर जानेजां फिर जानेजाना हो गए
दिन-ब-दिन बढती गईं इस हुस्न की रानाइयां
पहले गुल फिर गुल-बदन फिर गुल-बदामां हो गए
आप तो नज़दीक से नज़दीक-तर आते गए
पहले दिल, फिर दिलरुबा, फिर दिल के मेहमां हो गए
प्यार जब हद से बढ़ा सारे तकल्लुफ मिट गए
आप से , फिर तुम हुए, फिर तू का उन्वां हो गए
गायक ___मेहँदी हसन
पहले जां फिर जानेजां फिर जानेजाना हो गए
दिन-ब-दिन बढती गईं इस हुस्न की रानाइयां
पहले गुल फिर गुल-बदन फिर गुल-बदामां हो गए
आप तो नज़दीक से नज़दीक-तर आते गए
पहले दिल, फिर दिलरुबा, फिर दिल के मेहमां हो गए
प्यार जब हद से बढ़ा सारे तकल्लुफ मिट गए
आप से , फिर तुम हुए, फिर तू का उन्वां हो गए
गायक ___मेहँदी हसन