Monday, January 29, 2024

जपे जा तू बंदे सुबह और शाम श्री राम जय राम जय जय राम

राम नाम रटते रहे जब तक घट में प्राण
कभी तो दिन दयाल की भनक पड़ेगी कान

जपे जा तू बंदे २ सुबह और शाम
श्री राम जय राम जय जय राम ....... २

कलयुग में केवल, यही नाम सच्चा
मिला है किनारा जिसने है जांचा २
पाया है उसने २ बैकुंठ धाम 
श्री राम जय राम जय जय राम .......

दो अक्षर में, सब कुछ समाया
जिसने उचारा, परम सुख पाया २
हुए है सफल उनके हर बिगड़े काम
श्री राम जय राम जय जय राम ........

करुणा सागर, है मेरे रघुवर
इनकी कृपा तो, होती है सब पर 
करते भला सबका २ नित प्रभु राम
श्री राम जय राम जय जय राम .......

जपे जा तू बंदे २ सुबह और शाम
श्री राम जय राम जय जय राम ....... २




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