संसार है चलो यहां देख भाल के
इसको बनाने वाले भी होंगे कमाल के
संसार है चलो यहा देख भाल के
करो लाख हिफ़ाज़त मगर टूटेगा एक दिन
कब तक रखोगे कांच के बर्तन संभाल के
सर ताज महलो में भूखा यहां कोई
दुनिया के सारे झगड़े है रोटी और दाल के
संसार है चलो यहा देख भाल के
काटे चुबे है पैर में और रोता भी है कोई
उनसे दुआ लो खैर के काटे निकल के
संसार है चलो यहा देख भाल के
ये रौब का ये तेज और ये ज़ोर और जवानी
कायम रहेगी ना सदा लाली ये गाल की
संसार है चलो यहा देख भाल के
इसको बनाने वाले भी होंगे कमाल के
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