Tuesday, January 7, 2025

नादिया के पार - जोगी जी धीरे धीरे -: रवीन्द्र जैन

                                                                  जोगी जी धीरे धीरे

जोगीजी वाह जोगीजी
नदी के तीरे तीरे
जोगीजी वाह जोगीजी

जोगी जी कोई ढूँढे मूँगा कोई ढूँढे मोतिया
हम ढूँढे अपनी जोगनिया को

जोगी जी ढूँढ के ला दो
जोगीजी वाह जोगीजी
मिला दो हमें मिला दो
जोगीजी वाह जोगीजी

फागुन आयो ओ मस्ती लायो
भरके मारे पिचकारी सा रा रा रा रा रा
रंग लेके ओ चंग लेके
गावे जोगीरा भीजादी सारी आ रा रा रा रा रा

जोगीरा, आ रा रा रा रा रा
जोगीरा, आ रा रा रा रा रा

जोगी जी नींद ना आवे, जोगीजी वाह जोगीजी
सजन की याद सतावे, जोगीजी वाह जोगीजी

जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दवा जदी हो तो कहो

बुरी है ये बीमारी, जोगीजी वाह जोगीजी
लगे है दुनिया खारी, जोगीजी वाह जोगीजी

सारे गाँव की गोरियाँ रंग गई हमपे डार
पर जिसके रंग हम रंगे छुप गई वो गुलनार
छुप गईं वो गुलनार जोगीजी सूना है सँसार
छुप गईं वो गुलनार जोगीजी सूना है सँसार

बिना उसे रंग लगाए, जोगी जी वह जोगी जी
ये फागुन लौट ना जाए, जोगी जी वाह जोगी जी

जोगी जी कोई ढूँढे मूँगा कोई ढूँढे मोतिया
हम ढूँढे अपनी जोगनिया को

जोगी जी ढूँढ के ला दो
जोगीजी वाह जोगीजी
मिला दो हमें मिला दो
जोगीजी वाह जोगीजी

छुपते डोले राधिका ढूँढ थके घनश्याम
कान्हा बोले लाज का आज के दिन क्या काम
लाज का है क्या काम के होली खेले सारा गाम

रंगी है कब से राधा, जोगीजी वाह जोगीजी
मिलन में फिर क्यों बाधा, जोगीजी वाह जोगीजी

जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दवा जदी हो तो कहो

बुरी है ये बीमारी, जोगीजी वाह जोगीजी
लगे है दुनिया खारी, जोगीजी वाह जोगीजी

हमरी जोगन का पता उसके गहरे नैन
नैनं से घायल करे बैनन से बेचैन
देखन को वो नैन जोगी जी मनवा है बेचैन
देखन को वो नैन जोगी जी मनवा है बेचैन

लड़कपन जाने को है, जोगी जी वाह जोगी जी
जवानी आने को है, जोगी जी वाह जोगी जी

जोगी जी कोई ढूँढे मूँगा कोई ढूँढे मोतिया
हम ढूँढे अपनी जोगनिया को

जो तेरा प्रेम है सच्चा, जोगी जी वाह जोगी जी
जोगनिया मिलेगी बच्चा, जोगी जी वाह जोगी जी

जंतर मंतर टोटका, भस्मिया ताबीज
पी को बस में कर सके दे दो ऐसी चीज़
दे दो ऐसी चीज़ जोगी जी साजन जाए रीझ
दे दो ऐसी चीज़ जोगी जी साजन जाए रीझ

हमारे पीछे पीछे, जोगी जी वाह जोगी जी
फिरे वो आखें मीछे, जोगी जी वाह जोगी जी

जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दवा जदि हो तो कहो
बुरी है ये बीमारी, जोगी जी वाह जोगी जी
लगे है दुनिया खारी, जोगी जी वाह जोगी जी

जोगी जी धीरे धीरे
जोगी जी वाह जोगी जी
नदी के तीरे तीरे
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगी जी ढूंढ के ला दो
जोगी जी वाह जोगी जी
मिला दो हमें मिला दो
जोगी जी वाह जोगी जी

जो तेरा प्रेम है सच्चा
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगनिया मिलेगी बच्च
जोगी जी वाह जोगी जी




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